शेयर बाजार में निवेश के कई तरीके हैं, जिनमें इक्विटी ट्रेडिंग, डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग, करेंसी ट्रेडिंग और कमोडिटी ट्रेडिंग शामिल हैं। इनमें से, ऑप्शंस ट्रेडिंग डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग Option Trading Investment का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। फ्यूचर्स ट्रेडिंग भी इसी श्रेणी में आता है, लेकिन यहाँ हम विशेष रूप से ऑप्शंस ट्रेडिंग options trading पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
ऑप्शंस ट्रेडिंग क्या है?- What is options trading?
मान लीजिए कि आप एक घर खरीदना चाहते हैं जिसकी कीमत 20 लाख रुपये है। आपको लगता है कि अगले साल तक इस घर की कीमत 50% बढ़ जाएगी, लेकिन आपके पास 20 लाख रुपये नहीं हैं। ऐसे में आप घर के मालिक से कहते हैं, “दादा, यह 50 हजार रुपये बतौर टोकन रख लीजिए। मैं यह घर अभी नहीं, बल्कि 6 महीने या एक साल बाद खरीदूंगा।”
घर के मालिक कहते हैं, “दादा, घर की कीमत कभी भी बढ़ सकती है। अगर कल कोई और आपसे ज्यादा पैसे देता है, तो मैं उसे घर बेच दूंगा।” आप कहते हैं, “ठीक है,” और उस 50 हजार रुपये की रसीद घर के मालिक से ले लेते हैं।
ऑप्शंस ट्रेडिंग का उदाहरण
अब कहानी में ट्विस्ट आता है। एक महीने के भीतर यह घोषणा होती है कि घर के पास एक मेट्रो स्टेशन बनने वाला है और घर की कीमत बढ़कर 25 लाख रुपये हो जाती है। कीमत बढ़ने के कारण अन्य लोग भी उस घर को खरीदने के लिए आकर्षित होते हैं। लेकिन आपके पास टोकन की रसीद होने के कारण मालिक वह घर किसी और को नहीं बेच सकता।
अब आप देखते हैं कि घर की कीमत बढ़ रही है, और लोग आपसे घर खरीदने के लिए संपर्क करते हैं। आप उनसे कहते हैं, “देखिए, मैंने यह टोकन तब दिया था जब घर की कीमत 20 लाख रुपये थी, लेकिन आज भी मेरे पास 20 लाख रुपये नहीं हैं। आप एक काम कर सकते हैं, इस रसीद को मुझसे एक लाख रुपये में खरीद सकते हैं।” जो व्यक्ति मानता है कि घर की कीमत और बढ़ेगी, वह बिना किसी हिचक के आपको एक लाख रुपये दे देता है और आप उसे रसीद दे देते हैं।
ऑप्शंस ट्रेडिंग में कैसे काम करता है?
इस उदाहरण में, आपने घर खरीदने के लिए मालिक को केवल टोकन राशि दी थी। अगर आप घर नहीं खरीदते, तो आपका अधिकतम नुकसान 50 हजार रुपये का होता। लेकिन जैसे ही घर की कीमत बढ़ी, आपने उस टोकन की कीमत बढ़ाकर मुनाफा कमा लिया।
ठीक इसी तरह, ऑप्शंस ट्रेडिंग में आप किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमत बढ़ने या घटने का लाभ उठाकर टोकन राशि (ऑप्शन प्रीमियम) देकर मुनाफा कमा सकते हैं। जब कीमत बढ़ने की उम्मीद होती है तो इसे कॉल ऑप्शन कहा जाता है, और जब कीमत घटने की उम्मीद होती है तो इसे पुट ऑप्शन कहा जाता है।
ऑप्शंस ट्रेडिंग के लाभ
- सीमित नुकसान, असीमित मुनाफा: ऑप्शंस ट्रेडिंग में आपका अधिकतम नुकसान केवल प्रीमियम तक ही सीमित रहता है, लेकिन मुनाफा असीमित हो सकता है।
- दोनो दिशा में मुनाफा: आप कीमत बढ़ने और घटने, दोनों पर मुनाफा कमा सकते हैं, जो इक्विटी ट्रेडिंग में संभव नहीं है।
- छोटे निवेश से बड़ा लाभ: आप कम राशि के निवेश से बड़ा मुनाफा कमा सकते हैं।
निष्कर्ष
ऑप्शंस ट्रेडिंग एक आकर्षक निवेश Option Trading Investment विकल्प हो सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी शामिल हैं। यह जरूरी है कि आप अच्छी तरह से शोध करें और समझदारी से निवेश करें। अधिकांश लोग ऑप्शंस खरीदने से पैसा नहीं कमा पाते, इसलिए सतर्क रहना जरूरी है।
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